Bihar Tourist Places – बिहार में घूमने की जगह बुद्ध एवं हिंदू धर्म की समृद्ध विरासत तथा ऐतिहासिक स्थल

 

Tourist Places in Bihar in Hindi
Bihar Places To Visit In Hindi

 

Bihar Tourist Places – बिहार भारत के टॉप टूरिस्ट प्लेस में से एक हैं। गंगा तट के पर बसा बिहार भारत का एक ऐसा राज्य है जो अपने समृद्ध विरासत तथा ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। बिहार की वर्तमान राजधानी पटना को पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था। देश के पूर्वी हिस्से में स्थित यह राज्य झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश तथा नेपाल से अपनी सीमाएं साझा करता है। यह राज्य पौराणिक समय में बुद्ध एवं हिंदू धर्म के लोगों का प्रमुख स्थान हुआ करता था। आज भी यहाँ ऐसे कई जगहें शामिल हैं जहां पर अनेक पर्यटक आकर भ्रमण करते है। क्षेत्रफल की दृष्टि से बिहार भारत का बारहवां राज्य हैं। बिहार में ऐसी कुछ बेस्ट जगह है जहाँ आप अपनी छुट्टीयों के दिनों आकर घूम सकते है।

 

Bihar Tourist Places Map

 

बिहार के पर्यटन स्थल

 

पटना, बिहार

पटना शहर गंगा नदी के दक्षिणी किनारे बसा एक शहर है। यह शहर ऐतिहासिक अतीत और प्राचीन विरासत के लिए जाना जाता है। पटना का पुराना नाम पाटलिपुत्र के रूप में भी जाना जाता है। यह शहर मंदिरों और तीर्थ स्थलों के लिए काफी प्रसिद्ध है। सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्मस्थान यही है इसलिए सिखों के लिए एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है। आज पटना शहर में मौजूद सभी पर्यटक स्थल, वास्तुकला, कलाकृति, स्मारक इत्यादि उसे और भी लोकप्रिय बना देते हैं। यह शहर मगध साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी।

पटना में घूमने की जगह – श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र, बिहार संग्रहालय, पटना तारामंडल, पटना संग्रहालय, संजय गांधी बॉटनिकल गार्डन, लौरिया नंदनगढ़, गांधी घाट, गोलघर, पटन देवी मंदिर, कुम्हरार, अजंता, गांधी संग्रहालय, महावीर मंदिर, इको पार्क, इस्कॉन मंदिर

पटना में कहाँ ठहरे – पटना में धर्मशालाओं की जानकारी, कम कीमत में अच्छी धर्मशाला

पटना घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक

पटना घूमने के लिए कितने दिन लगते है – दो तीन

पटना का निकटतम रेलवे स्टेशन – पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन (PNBE)

पटना का निकटतम बस स्टैंड – पाटलिपुत्र अंतरराज्यीय बस टर्मिनल

पटना का निकटतम एयरपोर्ट – जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पटना (PAT)

 

बोध गया, बिहार

बोध गया बिहार राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। बोधगया बिहार की राजधानी पटना के दक्षिण पूर्व में लगभग 100 किमी दूर स्थित है। बोध गया एक छोटा सा शहर है जो नेरंजना नदी के तट पर स्थित है। इस शहर के फाल्गु नदी के तट पर बोधि पेड़ के नीचे कठोर तपस्या करने के बाद ही भगवान गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बोधगया बौद्ध तीर्थ स्थल के रूप में तो प्रसिद्ध है ही, हिंदू धर्म में भी इसका विशेष स्थान है। कई हिंदू पिंडदान करने के लिए गया जाते हैं, जिससे उनके दिवंगत पूर्वजों को मोक्ष और शांति मिलती है। बोधगया में कई प्राचीन मंदिर और पयर्टन स्थल हैं। बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर को वर्ष 2002 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया था।

बोध गया में घूमने की जगह – महाबोधि मंदिर, बोधि वृक्ष, महान बुद्ध प्रतिमा, थाई मठ, इंडोसन निप्पॉन जापानी मंदिर, सुजाता गढ़, वज्रासन, मुचालिंडा सरोवर, रॉयल भूटान मठ, बराबर गुफाएं

बोध गया में कहाँ ठहरे – गया में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी सुविधा की धर्मशाला कम किराये में

बोध गया घूमने का सबसे अच्छा समय –  मार्च से अक्टूबर के बीच

बोध गया घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन

बोध गया का निकटतम रेलवे स्टेशन – गया जंक्शन रेलवे स्टेशन (GAYA)

बोध गयाका निकटतम बस स्टैंड – बोध गया बस स्टैंड

बोध गयाका निकटतम एयरपोर्ट – गया अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (GAY), जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पटना (PAT)

 

गया, बिहार

गया बिहार के मुख्य पर्यटन स्थल है। यह देश के सबसे पुराने शहरों में से एक है। फाल्गु नदी के तट पर स्थित ऐतिहासिक शहर गया हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है। तीन तरफ से मंगला-गौरी, श्रृंग-स्थान, राम-शिला और ब्रह्मयोनी पहाड़ियों से घिरा ये शहर काफी खूबसूरत लगता है। इस शहर में कई मंदिर और मठ हैं जो बौद्ध धर्म को समर्पित हैं। यह शहर शांति के लिए जाना जाता है। यहाँ बहुत से खूबसूरत जगहें है जो पर्यटकों को आकर्षित करते है। आप अपने छुट्टी के दिनों में अपने परिवार के साथ घूमने के लिए आ सकते है।

गया में घूमने की जगह – विष्णुपद मंदिर, महाबोधि मंदिर, मंगला गौरी मंदिर, महान बुद्ध प्रतिमा, सुजाता स्तूप, दुख हरनी मंदिर, डुंगेश्वरी गुफा मंदिर, प्रेतशिला मंदिर, ब्रह्मयोनी पहाड़ी मंदिर, योजना चीनी मंदिर, मुचालिंडा झील

गया में कहाँ ठहरे – गया में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी सुविधा की धर्मशाला कम किराये में

गया घूमने का सबसे अच्छा समय – मार्च से अक्टूबर के बीच

गया घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन

गया का निकटतम रेलवे स्टेशन – गया जंक्शन रेलवे स्टेशन (GAYA)

गया का निकटतम बस स्टैंड – गया बस स्टैंड

गया का निकटतम एयरपोर्ट – गया अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (GAY), जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पटना (PAT)

 

राजगीर, बिहार

राजगीर शहर बिहार राज्य का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। बिहार की राजधानी पटना से लगभग सौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित राजगीर शहर हैं। यह शहर गौतम बुद्ध और भगवान महावीर के समय भी काफी प्रसिद्ध था। इस शहर में धर्म-अध्यात्म में रुचि रखने वालों के लिए आस्था के केंद्र मौजूद हैं। यह शहर ऊपर से अनेक पहाड़ियों से घिरा हुआ है जो कि पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर अपनी ओर आकर्षित करते हैं। राजगीर का ग्लास ब्रिज भारत का दूसरा ग्लास ब्रिज हैं, इसलिए यह शहर और भी ज्यादा प्रसिद्ध है।

राजगीर में घूमने की जगह – जापानी स्तूप, राजगीर रोपवे, मनियार मठ, राजगीर हॉट स्प्रिंग्स, ग्लास ब्रिज, विश्वशांति स्तूप राजगीर, पांडु पोखर, स्वर्ण भंडार, वेणु वन, साइक्लोपियन दीवार, घोड़ा कटोरा झील

राजगीर में कहाँ ठहरेराजगीर में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी धर्मशाला कम किराये में

राजगीर घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक

राजगीर घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन

राजगीर का निकटतम रेलवे स्टेशन – राजगीर रेलवे स्टेशन (RGD)

राजगीर का निकटतम बस स्टैंड – राजगीर बस स्टैंड

राजगीर का निकटतम एयरपोर्ट – गया एयरपोर्ट (GAY)

 

वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान, बिहार

वाल्मिकी राष्ट्रीय उद्यान बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में एक बाघ अभयारण्य है। यह बिहार का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है। इस राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों के घूमने के लिए अच्छी जगह है। इस उद्यान के एक छोर पर महर्षि बाल्मिकी का वह आश्रम है जहाँ राम के त्यागे जाने के बाद देवी सीता ने आश्रय लिया था। यह अभयारण्य जंगल के लगभग 800 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है। यहाँ आप बाघ, तेंदुआ, जंगली कुत्ता, जंगली सूअर, बाइसन, मोर, तीतर, हॉर्नबिल, पहाड़ी मैना, ऊनी गर्दन सारस, अजगर, मगरमच्छ, हिरण, सांभर, नीला बैल देख सकते है।

वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान में घूमने की जगह – महर्षि वाल्मिकी, भेरियारी वॉच टावर, भिखना थोरी, कापन, ललभितिया, परेवा दह, पंडई नदी, सोमेश्वर शिखर, वाल्मिकीनगर

वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान घूमने का सबसे अच्छा समय – जून से अक्टूबर तक

वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन

वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान का निकटतम रेलवे स्टेशन – नरकटियागंज रेलवे स्टेशन (NKE)

वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान का निकटतम बस स्टैंड – वाल्मीकि नगर बस स्टैंड

वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान का निकटतम एयरपोर्ट – पटना एयरपोर्ट (PAT)

 

सीतामढ़ी, बिहार

सीतामढ़ी बिहार राज्य का सबसे प्रमुख स्थल है और यह स्थान भगवान राम की पत्नी माता सीता के जन्म स्थल के रूप में मशहूर है। यह एक पवित्र स्थान है। यहाँ पर माता जानकी जी का एक प्रसिद्ध मंदिर है। सीतामढ़ी के पुनौरा नामक स्थल पर जब राजा जनक खेत में हल जोत रहे थे तो धरती के अंदर से एक कन्या प्राप्त हुई जिनका नाम सीता रखा गया। यह जगह सीतामढ़ी जिला मुख्यालय से लगभग 7 से 8 किमी की दूरी पर है। जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। इस शहर में कई पिकनिक स्पॉट भी है जहाँ आप घूम सकते है।

सीतामढ़ी में घूमने की जगह -श्री राम महाकतु स्तंभ, हनुमान मंदिर, श्री श्याम मंदिर, हलेश्वर स्थान, जानकी स्थान मंदिर, गोरौल शरीफ, अहिल्या स्थान, श्री श्याम मंदिर, जानकी कुंड

सीतामढ़ी में कहाँ ठहरेसीतामढ़ी में धर्मशालाओं की जानकारी, सस्ती और अच्छी धर्मशाला

सीतामढ़ी घूमने का सबसे अच्छा समय – फरवरी और तक

सीतामढ़ी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन

सीतामढ़ी का निकटतम रेलवे स्टेशन – सीतामढी रेलवे स्टेशन (SMI)

सीतामढ़ी का निकटतम बस स्टैंड – सीतामढी बस स्टैंड

सीतामढ़ी का निकटतम एयरपोर्ट – लोक नायक जयप्रकाश पटना एयरपोर्ट (PAT )

 

नालंदा, बिहार

नालंदा शहर पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है। इस शहर का दूसरा नाम नालन्दा महाविहार है। यह शहर अपने प्राचीन इतिहास के लिये विश्व में प्रसिद्ध है। इस शहर में विश्व के सबसे पुराने नालंदा विश्वविद्यालय भी उपलब्ध है। जिसमें वेद, तर्क, व्याकरण, चिकित्सा, मेटा-भौतिकी, गद्य रचना और अलंकारिक शिक्षा दी जाती थी। भगवान बुद्ध और महावीर कई बार नालन्दा मे रुके थे। ऐसा कहा जाता है कि महावीर ने मोक्ष की प्राप्ति पावापुरी मे की थी, जो नालन्दा मे स्थित है। आप अपने छुट्टी के दिन में यहाँ आकर घूम सकते है।

नालंदा में घूमने की जगह – सारिपुत्र स्तूप, सूर्य मंदिर, महान स्तूप, नालंदा में ह्वेन त्सांग स्मारक, नालंदा विश्वविद्यालय, पांडु पोखर, अशोकस्तूप, वेणुवन, विश्व शांति स्तूप, वीरायतन, सोन भंडार, कुण्डलपुर, सारिपुत्र, घोर कटोरा

नालंदा में कहाँ ठहरेनालन्दा में धर्मशालाओं की जानकारी, सस्ती और अच्छी धर्मशाला

नालंदा घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक

नालंदा घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन

नालंदा का निकटतम रेलवे स्टेशन – नालन्दा रेलवे स्टेशन ( NLD)

नालंदा का निकटतम बस स्टैंड – नालन्दा बस स्टैंड

नालंदा का निकटतम एयरपोर्ट – पटना एयरपोर्ट (PAT )

 

वैशाली, बिहार

वैशाली बिहार के टॉप पर्यटन स्थलों में से एक है। वैशाली का दूसरा नाम विशाला के नाम से भी जानते है। यह एक ऐतिहासिक स्थल है। यह नगर एक महान बौद्ध तीर्थ है और भगवान महावीर के जन्मस्थान भी है। वैशाली दोनों महान धर्मों, बौद्ध धर्म और जैन धर्म से भी जुड़ा हुआ है। बुद्ध ने वैशाली में अपना आखिरी प्रवचन भी दिया था। बुद्ध के समय में यह एक समृद्ध शहर हुआ करता था। ऐसा कहा जाता है कि बुद्ध ने तीन बार इस जगह का दौरा किया और यहां काफी समय बिताया। यह जगह पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है।

वैशाली में घूमने की जगह – कौनहारा घाट, नेपाली छावनी मंदिर, रामचौरा मंदिर, पातालेश्वर मंदिर, बरैला झील, गणिनाथ धाम, बटेश्वरनाथ मंदिर, गोविंदपुर सिंघाड़ा शक्तिपीठ, बाबा बसावन भुईया

वैशाली घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक

वैशाली घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन

वैशाली का निकटतम रेलवे स्टेशन – हाजीपुर रेलवे स्टेशन (HJP)

वैशाली का निकटतम बस स्टैंड – शहीद स्थल (न्यू बस अड्डा)

वैशाली का निकटतम एयरपोर्ट – पटना एयरपोर्ट (PAT )

 

मधुबनी, बिहार

मधुबनी बिहार के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। यह शहर अपनी समृद्ध संस्कृति और कला के लिए जाना जाता है। मिथिला पेंटिंग एवं मखाना के पैदावार की वजह से मधुबनी को विश्वभर में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि मिथिला पेंटिंग राजा जनक द्वारा अयोध्या के भगवान राम से अपनी बेटी के विवाह के उपलक्ष्य में बनवाई गई थी। मधुबनी रेलवे स्टेशन के दीवारों को मिथिला पेंटिंग की कलाकृतियों से सजाया गया है। प्रारम्भ में रंगोली के रूप में रहने के बाद यह कला धीरे-धीरे आधुनिक रूप में कपड़ो, दीवारों एवं कागज पर उतर आई है। आज आधुनिक मधुबनी पेंटिंग साड़ियों, स्टोल, बैग, घड़ियां आदि पर भी देखी जा सकती हैं।

मधुबनी में घूमने की जगह – कपिलेश्वर स्थान, नगर किला मधुबनी, उचैथा, वनदेवी दुर्गा स्थान, एकादशरूद्र मंदिर, बूढ़ी माई मंदिरउच्चैठ भवानी मंदिर, शिलानाथ महादेव मंदिर, मां काली मंदिर

मधुबनी घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक

मधुबनी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन

मधुबनी का निकटतम रेलवे स्टेशन – मधुबनी रेलवे स्टेशन (MBI)

मधुबनी का निकटतम बस स्टैंड – मधुबनी बस स्टैंड

मधुबनी का निकटतम एयरपोर्ट – दरभंगा एयरपोर्ट (DBR)

 

दरभंगा, बिहार

दरभंगा बिहार के के बेस्ट पर्यटन स्थलों में से एक है। बागमती नदी के किनारे बसा दरभंगा एक जिला है। यह शहर बिहार राज्य का पांचवां सबसे बड़ा शहर है। यह जगह प्राचीन संस्कृति और बौद्धिक परंपरा के लिये विख्यात है। यह नगर आम और मखाना के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर अधिकतर मैथिली भाषा बोली जाती है। यह एक ऐसा शहर है जो कई पर्यटक स्थलों से भरा हुआ है और आनंद बाग पैलेस उनमें से एक है। दूसरा अहिल्या जी का मंदिर है जो बहुत ही खूबसूरत है। यह जगह पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है।

दरभंगा में घूमने की जगह – कुशेश्वर स्थान मंदिर, शाही मस्जिद किलाघाट दरभंगा, अहिल्या स्थान, कुशेश्वरस्थान पक्षी अभयारण्य, कुशेश्वर स्थान मंदिर, शाही मस्जिद किलाघाट दरभंगा, श्यामा मंदिर

दरभंगा घूमने का सबसे अच्छा समय – मार्च और अप्रैल तक

दरभंगा घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन

दरभंगा का निकटतम रेलवे स्टेशन – दरभंगा जंक्शन रेलवे स्टेशन (DBG)

दरभंगा का निकटतम बस स्टैंड – दरभंगा बस स्टैंड

दरभंगा का निकटतम एयरपोर्ट – दरभंगा एयरपोर्ट (DBR)

 

पावापुरी, बिहार

पावापुरी बिहार के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस में से एक है। पावापुरी बिहार राज्य के नालंदा ज़िले में है। पावापुरी को पावा के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ की जलमंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है। यह जलमंदिर देखने में बहुत ही खूबसूरत लगता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान महावीर को यहीं मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। इस मंदिर की वास्तुकला अद्भुत है। इस मंदिर में भगवान महावीर के पैरों के निशान भी हैं। पावापुरी में स्थित जल मंदिर जैन धर्म के अनुयाइयों के लिए आस्था का केंद्र है। यहाँ भगवान महावीर ने अपना पहला और दूसरा उपदेश दिया था।

पावापुरी में घूमने की जगह – जल मंदिर, समोसरन, गुंजयजी, विश्व शांति स्तूप, ह्वेन त्सांग मेमोरियल हॉल, गृधाकुटा शिखर, सारिपुत्र स्तूप, मनेरशरीफ, घोरा कटोरा झील

पावापुरी में कहाँ ठहरेपावापुरी में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी धर्मशाला सस्ते में

पावापुरी घूमने का सबसे अच्छा समय – ग्रीष्म (अप्रैल-जून), मानसून (जून-सितंबर), सर्दी (अक्टूबर-मार्च)

पावापुरी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 दिन

पावापुरी का निकटतम रेलवे स्टेशन – राजगीर रेलवे स्टेशन (RGD)

पावापुरी का निकटतम बस स्टैंड – पावापुरी बस स्टैंड

पावापुरी का निकटतम एयरपोर्ट – पटना एयरपोर्ट (PAT)

 

भागलपुर, बिहार

भागलपुर बिहार के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है। भागलपुर बिहार का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह शहर गंगा नदी के दक्षिणी तट पर बसा अत्यंत प्राचीन शहर है। इस शहर को सिल्क सिटी के नाम से जाना जाता है। यह शहर प्रसिद्ध रेशमी कपड़े के लिए जाना जाता है। यह शहर ऐतिहासिक स्थलों और समृद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। भागलपुर में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं। भागलपुर को शिक्षा के केंद्र के रूप में भी जाना जाता है। यह जगह पर्यटकों के घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है।

भागलपुर में घूमने की जगह – विक्रमशिला महाविहार, मंदार पर्वत, अजगैबीनाथ मंदिर, बटेश्वर स्थान, कर्णगढ़, कहलगांव पहाड़, शाहकुंड पहाड़, जगतपुर झील, महाशय ड्योढ़ी दुर्गा मंदिर, चंपानगर विषहरी मंदिर, भागलपुर संग्रहालय, दास ड्रिफ्टवुड संग्रहालय और पार्क

भागलपुर में कहाँ ठहरे – भागलपुर में धर्मशालाओं की जानकारी, कम कीमत में अच्छी धर्मशाला

भागलपुर घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च के बीच

भागलपुर घूमने के लिए कितने दिन लगते है –  2 दिन

भागलपुरका निकटतम रेलवे स्टेशन – भागलपुर रेलवे स्टेशन (BGP)

भागलपुर का निकटतम बस स्टैंड – भागलपुर बस स्टैंड

भागलपुर का निकटतम एयरपोर्ट – विराटनगर एयरपोर्ट (BIR)

 

 

बिहार की अन्य घूमने लायक जगह

अगर आपके पास अधिक समय है तो इन सब के अलावा भी और जगह है जहाँ आप घूम सकते है जैसे आप पटना, वैशाली, जहानाबाद की गुफाएं, कटिहार, मुजफ्फरपुर जैसे पर्यटन स्थल है जहां आप अपने पूरे परिवार के साथ घूम सकते है।

 

बिहार जाने का उचित समय

बिहार घूमने आप किसी मौसम में जा सकते है, लेकिन मानसून (जून से सितंबर) के बाद का समय सबसे ज्यादा अनुकूल माना जाता है। पर्यटकों के भ्रमण करने हेतु अक्टूबर से अप्रैल तक का महीना उत्तम है। इन महीनों के दौरान बिहार राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक होती है।

 

बिहार का प्रसिद्ध भोजन

बिहार अपने स्वादिष्ट भोजन के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर वेज तथा नॉनवेज दोनों तरह का भोजन पसंद किया जाता है। इसके अलावा यहां पर मुख्य रूप से लिट्टी चोखा, मोतीचूर के लड्डू, लहसुन की चटनी तथा पूडीजलेबी आदि लोकप्रिय है। आप जब भी बिहार घूमने आए तो इन स्वादिष्ट भोजन को जरुर चखे।

 

बिहार कैसे पहुँचे?

बिहार राज्य की यात्रा करने के लिए आप परिवहन के किसी भी मार्ग का इस्तेमाल कर सकते हैं। फ्लाइट, रेलवे स्टेशन, सड़क मार्ग किसी भी मार्ग का चयन अपनी सुविधा अनुसार कर सकते है। बिहार पंहुचने का तरीका इस प्रकार है:-

 

बिहार फ्लाइट से कैसे पहुँचे?

बिहार के प्रमुख एयरपोर्ट में मुंगेर एयरपोर्ट, गया इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जोगबनी एयरपोर्ट तथा मुजफ्फरपुर एयरपोर्ट हैं। इन सब की एयरपोर्ट से आप बिहार की यात्रा कर सकते है। इस एयरपोर्ट से उतरकर आप बस के माध्यम से अपने किसी भी पर्यटन स्थल तक पंहुच सकते है।

 

रेल द्वारा बिहार कैसे पहुँचे?

बिहार के भीतर पटना के अलावा कई रेलवे स्टेशन हैं जैसे गया और समस्तीपुर, नालंदा और बरौनी रेल नेटवर्क का उपयोग करके ट्रेन द्वारा बिहार में आसानी से आ-जा सकते हैं। स्टेशन से कोई भी टैक्सी किराए पर ले सकता है या स्थानीय बसें ले सकता है। जहां से आप अपने पर्यटन स्थल तक आसनी से पंहुच सकते हैं।

 

सड़क मार्ग से बिहार कैसे पहुंचे?

बिहार अच्छी तरह से सड़क के जरिए देश के विभिन्न राज्यों और शहरों से संपर्क में है। दक्षिण और उत्तर बिहार के बीच एक उत्कृष्ट सड़क जुडी हुई है। सड़क माध्यम से भी आप आसानी से बिहार के पर्यटन स्थल तक पंहुच सकते है।

 

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