Dharamshala Tourist Places – धर्मशाला में घूमने की जगह बर्फ से ढके धौलाधार पर्वत श्रृंखला, प्राकृतिक दृश्य, झरना और साफ नदी

 

Places To Visit In Dharamshala In Hindi

Key Highlights

Dharamshala Tourism In Hindi

 

धर्मशाला हिमाचल प्रदेश राज्य का एक खूबसूरत सा हिल स्टेशन होने के साथ- साथ हिमाचल प्रदेश राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से भी एक हैं। यह शहर अपनी सुंदरता, पहाड़, झरना और साफ नदी के कारण जाना जाता है जो की पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। धर्मशाला शहर घूमने के लिए सिर्फ भारत के लोग ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग घूमने आया करते हैं। यह शहर ऊँचाई पर होने की वजह से यहां का सौंदर्य देखने लायक होता है जो की बहुत ही खूबसूरत है। यहाँ की खूबसूरत वादियां लोगों को अपनी ओर तरफ आकर्षित करती हैं। यहाँ की बर्फ से ढके धौलाधार पर्वत श्रृंखला इस जगह को और भी अधिक खास बनाते हैं। इस शहर में ऐसी बहुत जगहें है जहाँ आप घूम सकते हैं।

 

धर्मशाला टूरिस्ट प्लेस

 

धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम, धर्मशाला

धर्मशाला का क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। धर्मशाला के हिमालय की चोटी में बसा यह क्रिकेट स्टेडियम दुनिया के सबसे ऊंची मैदानों में से एक है। इस स्टेडियम की ऊंचाई समुद्र तल से 1,457 मीटर पर स्थित है। इसीलिए इस स्टेडियम की लोकप्रियता पूरे विश्व में छाई हुई है। इस स्टेडियम में बैठकर मैच देखने का आनन्द कुछ और ही है क्योंकि हिमालय की गोद में बसा हुआ यह स्टेडियम जहां से प्राकृतिक सौंदर्य का खूबसूरत एहसास होता है। इस स्टेडियम में बैठकर आप प्रकृति के नजारे को निहार सकते हैं। यहां हिमालय से आने वाली ठंडी हवाएं कुछ अलग ही सुकून देती है। यही चीज इस स्टेडियम को खास बनाती है। इसलिए यह स्टेडियम पर्यटकों के बीच लोकप्रिय बनी हुई है। इस स्टेडियम में एक साथ 23,000 लोग बैठ सकते है।

 

युद्ध स्मारक, धर्मशाला

युद्ध स्मारक धर्मशाला के टॉप टूरिस्ट प्लेस में से एक है। यह स्मारक धर्मशाला शहर के पास देवदार के जंगलों में स्थित है और युद्ध स्मारक धर्मशाला में देखने की खास जगहों में से एक है। इस स्मारक के आसपास का नजारा बहुत ही मनमोहक लगता है। इस स्मारक की स्थापना शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया था। इस जगह पर हमेशा पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। यह युद्ध स्मारक जो एक भारत का बेहतरीन पर्यटक स्थल है। चीड़ के जंगल के पास स्थित यह स्मारक धर्मशाला में घूमने के लिए सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। हरे-भरे पेड़ों के बीच इस स्मारक की दीवारों पर शानदार नक्काशी के द्वारा शहीदों के नाम है।

समय:- सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक

प्रवेश शुल्क:- प्रति व्यक्ति 20 रुपये

 

डल झील और नाडी, धर्मशाला

डल झील हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह झील हिमाचल प्रद्रेश के कांगड़ा जिले में पड़ता है। इस झील का नाम कश्मीर की डल झील से पड़ा है। यह खूबसूरत झील पहाड़ियों के पास देवदार के पेड़ों के बीच स्थित है। इस झील के चारों ओर खूबसूरत देवदार के पौधे हैं, जो बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां का वातावरण बहुत ही शांत और मनमोहक है जो कि यहां पर आने वाले पर्यटकों के मन की शांति मिलती है। इसके अलावा आप यहाँ पर मछलियों को देख भी देख सकते है। यह झील 1,775 मीटर की ऊंचाई पर है। इस खूबसूरत झील के किनारे एक शिव मंदिर भी है जो इसलिए इस झील को पवित्र और खास माना जाता है।

 

त्रिउंड हिल, धर्मशाला

त्रिउंड हिल के धर्मशाला सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। इस त्रिउंड के चारों तरफ एक लुढ़कता हुआ दृश्य दिखाई देता है, जो 2850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह जगह पिकनिक मनाने के लिए बहुत अच्छी है। इस त्रिउंड की स्वछता और शांत वातावरण आपके मन को जरुर मोह लेगा। इस जगह की ऊंचाई में पहुंचने के बाद पर्यटकों को बहुत ही सुकून मिलता है। इस जगह से मून पीक-इंदेरा पास का शानदार नजारा दिखाती है। इसके अलावा आप यहाँ पर ट्रैकिंग भी कर सकते हैं। यह जगह ट्रेकिंग के लिए भारत की सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक मानी जाती है।

 

ज्वालामुखी देवी मंदिर, धर्मशाला

ज्वालामुखी देवी मंदिर धर्मशाला के प्रमुख दर्शनीय स्थल में से एक है। यह मंदिर बहुत ही साल पुराना है। यह ज्वालामुखी देवी मंदिर 52 शक्ति पीठो में से एकहैं। इस जगह पर माता सती की जीभ ज्वालाजी में गिरी थी। जिससे ज्वाला निकल रही थी इसलिए इस जगह का नाम ज्वालामुखी पड़ा है। तब से इस मंदिर को भी ज्वालामुखी या ज्वाला देवी के नाम से जाना जाने लगा है। इस मंदिर की नौ अनन्त ज्वालाएं जलती हैं। इस मंदिर में पर हर साल हजारों लोग ज्वाला माता के दर्शन करने के लिए आते हैं। यहाँ तक की देश- विदेश से भी लोग आते है।

समय:- सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक

 

भाग्सू फॉल्स, धर्मशाला

भाग्सू फॉल्स धर्मशाला मुख्य पर्यटन स्थल में से एक है। यह फॉल्स पास ही भगवान शिव का एक लोकप्रिय मंदिर है जिसका नाम भागसुनाथ मंदिर हैं। इसलिए इस मंदिर के पास होने के कारण इस झरने को भागसू झरने के नाम से जाने लगा। 20 मीटर ऊंचे इस झरने का नजारा बहुत की खूबसूरत है। मानसून के समय यह जगह धरती पर स्वर्ग जैसा प्रतीत होता है। यह जगह परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए एक बेस्ट जगह है। यहाँ पर पर्यटक इस भागसुनाग झरने को देखकर एक कप कॉफी का आनंद लेना पसंद करते हैं।

समय:- सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक

 

नामग्याल मठ, धर्मशाला

नामग्याल मठ के बेस्ट पर्यटन स्थलों में से एक है। धर्मशाला नामग्याल मठ दुनिया का सबसे बड़ा तिब्बती मंदिर है, जो इसे तिब्बत के बाहर सबसे बड़ा तिब्बती मंदिर बनाते हैं। इस मठ को 14वें दलाई लामा के मठ के रूप में भी जाना जाता है। इस मठ में लगभग 200 भिक्षु रहते हैं जो इस मंदिर की कार्यभार से लेकर सभी काम करते हैं। इस मठ का निर्माण 1959 में हुआ था। इस मठ में कई मंदिर, पुस्तकालय, कला दीर्घाएँ और अन्य सुविधाएँ हैं। इस मठ की सुंदरता इतनी अच्छी है की इस चारों ओर के शांत वातावरण और बुद्ध की भव्य आकृतियों से आपका मन मंत्रमुग्ध हो जाएगा। यह जगह पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह में से एक है।

समय:- सोमवार से रविवार (सुबह 5:00 बजे से रात 8:30 बजे तक)

प्रवेश शुल्क:- फ्री

 

दलाई लामा मंदिर, धर्मशाला

दलाई लामा मंदिर धर्मशाला के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर एक बौद्ध मंदिर है। इस मंदिर को त्सुगलाखांग मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की वास्तुकला तिब्बती शैली में तैयार की गई है। इस मंदिर में बुद्ध भगवान की बड़ी मूर्ति है जो एक ऊंचे आसन पर विराजमान है, यही इस मंदिर का मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। इसके अलावा, मंदिर के केंद्र में एक सोने का प्रार्थना चक्र है, जो पूरे समय ‘ओम मणि पद्मे हम’ का जाप करता है। यहां का शांतिपूर्ण वातावरण दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करता है।

समय:- सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक

 

कांगड़ा कला संग्रहालय, धर्मशाला

कांगड़ा कला संग्रहालय धर्मशाला के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। यह संग्रहालय धर्मशाला में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। इस संग्रहालय में कला 17वीं और 18वीं शताब्दी की एक भारतीय शैली है। यह शैली अपनी सुंदरता और धार्मिक विषयों के लिए प्रसिद्ध है। इस संग्रहालय में कांगड़ा कला के विभिन्न प्रकार के चित्र और मूर्तियाँ हैं। इस संग्रहालय में बेहतरीन कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया है। कोतवाली बाजार में स्थित इस संग्रहालय में कांगड़ा घाटी की विभिन्न कलाओं और शिल्पों को संजोकर रखा गया है।

समय:- सुबह 10 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक और फिर शाम को 2 से 5 बजे तक

प्रवेश शुल्क:- भारतीयों के लिए टिकट की कीमत रु. 50, जबकि विदेशियों के लिए यह रु. 100

 

मसरूर रॉक कट मंदिर, धर्मशाला

मसरूर रॉक कट मंदिर धर्मशाला का एक बहुत प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। मसरूर रॉक कट मंदिर एक ऐतिहासिक मंदिर है। अभी तो ये मंदिर एक खंडहर जैसा हो गया है। इस मंदिर की ऊंचाई समुद्र तल से 2535 फीट पर स्थित है। इस जगह पर बहुत ही ज्यादा संख्या में विदेशी टूरिस्ट भी घूमने के लिए आते हैं। यह मंदिर धर्मशाला में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह भारत के हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में ब्यास नदी के तट पर है। यहाँ पर पहाड़ियों को काटकर हजारों साल पहले गुफाएँ बनाई गईं। इस मंदिर को इंडो-आर्यन शैली की वास्तुकला में डिजाइन किया गया है।

समय:- सुबह 9:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक

 

धर्मशाला की अन्य घूमने लायक जगह

इन सब के अलावा भी धर्मशाला हिल स्टेशन पर घूमने के लिए कई आकर्षित जगह है, जहां घूम सकते है। सेंट जॉन इन द वाइल्डरनेस चर्च, तिब्बती कार्यों और अभिलेखागार का पुस्तकालय, ग्युतो मठ, नेचुंग मठ, नड्डी व्यू पॉइंट, लहेश गुफा ट्रेक, नामग्यालमा स्तूप जैसी अनेक जगहे है जहां आप घूम सकते है।

 

धर्मशाला में शॉपिंग

धर्मशाला हिमाचल प्रदेश के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है। यह शहर अपनी शानदार प्राकृतिक सुंदरता के कारण ही नहीं, बल्कि शॉपिंग के लिए भी प्रसिद्ध है। यह विलेज बुटीक, इंडिया डिवाइन बुद्ध हस्तशिल्प, तिब्बती हस्तशिल्प केंद्र, तिब्बती संग्रहालय स्मारिका दुकान जैसी दुकानें जहां से अपनी मनपसंद जैसी चीजे खरीद सकते है। इन जगहों पर आपको जो तरह-तरह के वस्तु मिलते है। उन्हें देखकर आप दंग रह जाएंगे। ऊनी कपड़े, प्राचीन वस्तुएं, हस्तशिल्प वस्तुएं, तिब्बती संस्कृति से जुड़ी चीजें और भी बहुत कुछ है।

 

धर्मशाला के प्रसिद्ध स्थानीय भोजन

धर्मशाला के स्थानीय भोजन में बहुत कुछ है। थुकपा, फ्राइड मोमोज, शक्शुका, थेनथुक, तिब्बती नूडल्स, बोक चॉय सूप, किंबैप  समोसा, सूप और नूडल्स जैसे फ़ूड आम यहाँ तिब्बती प्रकार व्यंजन शामिल है। तिब्बती संस्कृति होने की वजह से यहां ज्यादातर तिब्बती व्यंजन मिलते हैं। इस जगह की एक और खास चीज है कि यहाँ पर शहद अदरक नींबू की चाय काफी प्रसिद्ध है।

 

धर्मशाला जाने का उचित समय

वैसे तो आप पूरे साल धर्मशाला जा सकते हैं। धर्मशाला घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से अक्टूबर के बीच का होता है। यहाँ की सर्दियाँ कभी-कभी बर्फबारी से भीग जाती हैं जो इस समय यह घाटी को और अधिक सुंदर बनाती है। इस समय का मौसम सुहावना रहता है और बारिश की संभावना कम होती है।

 

धर्मशाला में रुकने की जगह

धर्मशाला में ठहरने के लिए मेन स्क्वायर मार्केट और भागसूनाग के आसपास बहुत से होटल और रेस्टोरेंट मिल जायेंगे जहां आप कम बजट में आसानी से ठहर सकते हैं। धर्मशाला में होटल आपको 900 से 1500 रूपए के बीच मिल जायेंगे। यदि अधिक महंगे होटल में ठहरना चाहते हैं तो बहुत से महंगे होटल भी उपलब्ध हैं। आप अपने बजट और पसंद के अनुसार होटल्स को चुन सकते हैं।

 

धर्मशाला में बर्फबारी कब होती है

उत्तर भारत में स्थित धर्मशाला में सर्दी का मौसम अक्टूबर में शुरू होता है। ठंड का मौसम मार्च के अंत तक बने रहने की उम्मीद है। दिसंबर के आखिर से फरवरी के महीने तक बर्फबारी संभव है। यहाँ बर्फ कभी – कभी गिरती है।

 

धर्मशाला यात्रा के दौरान ले जाने वाली आवश्यक वस्तुएं

हमेशा सर्दी, खांसी और बुखार से बचने जरूरी दवाओं की एक किट रखें।
बैंड-एड्स और एक एंटीसेप्टिक क्रीम भी साथ ले जाएं।
ऊनी कपड़े जैसे स्वेटर, बॉडी वार्मर, जैकेट, टोपी, मोज़े एवं ग्लव्स ले जाएँ।
पानी और हल्का नाश्ता रास्ते के लिए रखें।
ज़रूरी कागज़ात जैसे की टिकट, आइडेंटिटी प्रूफ, ATM कार्ड और पैसे संभाल के रखें।

 

धर्मशाला कैसे पहुँचे?

धर्मशाला हिमाचल प्रदेश राज्य के सबसे अधिक यात्रा वाले स्थलों में से एक है। धर्मशाला की यात्रा करना कोई कठिन काम नहीं है क्योंकि आप रेल, हवाई और सड़क मार्ग से आसानी से शहर पहुँच सकते हैं। धर्मशाला तक पहुंचने का तरीका इस प्रकार है:-

 

धर्मशाला फ्लाइट से कैसे पहुँचे?

धर्मशाला का निकटतम एयरपोर्ट कांगड़ा एयरपोर्ट है जो धर्मशाला से 15 किमी दूर है। एयरपोर्ट से से टैक्सी/कैब सेवाएँ उपलब्ध हैं। टैक्सी/कैब के माध्यम से आप आसानी से धर्मशाला पंहुच सकते है।

 

रेल द्वारा धर्मशाला कैसे पहुँचे?

धर्मशाला का निकटतम रेलवे स्टेशन धर्मशाला से 22 किमी एक छोटा रेलवे स्टेशन, कांगड़ा मंदिर भी है। हालांकि प्रमुख रेलवे जंक्शन पठानकोट है जो यहां से 85 किमी दूर है। धर्मशाला पहुँचने के लिए आप पठानकोट से टैक्सी या बस ले सकते हैं।

 

सड़क मार्ग से धर्मशाला कैसे पहुंचे?

बस से धर्मशाला के लिए यात्रा करना एक अच्छा विकल्प है। राज्य संचालित बसों के साथ-साथ निजी बस ऑपरेटर नेटवर्क के माध्यम से धर्मशाला दिल्ली और उत्तर भारत के कई शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से धर्मशाला लगभग 520 किलोमीटर की दूरी पर है।

 

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