West Bengal Tourist Places – पश्चिम बंगाल में घूमने की जगह डेल्टा, जलप्रपात, धार्मिक स्थल और हिल स्टेशन

 

Tourist Places in West Bengal in Hindi
Bengal Tourist Places in Hindi

 

West Bengal Tourist Places – पश्चिम बंगाल भारत के टॉप टूरिस्ट प्लेस में से एक है। यह राज्य अपनी अथाह प्राकृतिक के सुन्दरता के लिए जाना जाता है। पश्चिम बंगाल में मनाए जाने वाला दुर्गा महोत्सव पूरे भारत में प्रसिद्ध है। यह राज्य भारत का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला महानगरीय राज्य है। इसके अलावा यह राज्य अपनी संस्कृति और साहित्य के लिए भी जाना जाता है। बंगाल कला, नृत्य, संगीत के क्षेत्र में काफी अग्रणी रहा है। पश्चिम बंगाल में स्थित सुंदरवन डेल्टा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस राज्य में घूमने के लिए अनेकों संख्या में जलप्रपात, धार्मिक स्थल और हिल स्टेशन मौजूद है। यहाँ पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण कई प्रसिद्ध स्थान है। जहाँ आप अपने पूरे परिवार के साथ घूम सकते है।

 

Bengal Tourist Places Map

 

कोलकाता, पश्चिम बंगाल

कोलकाता को पश्चिम बंगाल राज्य के बेस्ट टूरिस्ट प्लेस के रूप में जाना जाता हैं। कोलकाता शहर हुगली नदी के तट पर बसा हुआ है। यह शहर भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर और पांचवा सबसे बड़ा बंदरगाह भी है। यह शहर पश्चिम बंगाल की राजधानी भी है। यहाँ पर ऐसे कई जगह है जो दुनिया भर में जाने जाते हैं। इसके अलावा भी आप यहाँ पर ऐतिहासिक स्थल, शानदार मंदिरों अन्य कई आकर्षण पर्यटन स्थल है जहां घूम सकते है। यह शहर प्रत्येक साल कई हजार भारतीय और विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

कोलकाता में घूमने की जगह – विक्टोरिया मेमोरियल, भारतीय संग्रहालय, प्रिंसेप घाटो, बिरला तारामंडल, अलीपुर जूलॉजिकल गार्डन, साइंस सिटी, सेंट पॉल कैथेड्रल, बिरला मंदिर, रवीन्द्र सरोबरि, कालीघाट मंदिर, इको पार्क, वनस्पति उद्यान, कलकत्ता जैन मंदिर

कोलकाता कहाँ ठहरे – कोलकाता में धर्मशालाओं की जानकारी, अच्छी सुविधा धर्मशाला कम किराये में

कोलकाता घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर और फरवरी के बीच

कोलकाता घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 4 से 5 दिन

कोलकाता निकटतम रेलवे स्टेशन – हावड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन (HWH) और सियालदह जंक्शन रेलवे स्टेशन (SDAH)

कोलकाता निकटतम बस स्टैंड – कोलकाता बस स्टैंड

कोलकाता निकटतम एयरपोर्ट – नेताजी सुभाष चंन्द्र बोस अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (CCU)

 

तारापीठ, पश्चिम बंगाल

तारापीठ मंदिर पश्चिम बंगाल राज्य का एक प्रमुख मंदिर है जो कोलकाता से 264 किमी की दूरी पर बीरभूम में बहने वाली द्वारका नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठ में से एक है, और हिंदू धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है। इस मंदिर में पूरे साल भक्तों की भीड़ रहती है। तारापीठ में माता सती के नेत्र का गिरा था इसलिए इस धार्मिक स्थल को नयन तारा मंदिर भी कहते हैं। कक्ष के अटारी में देवी की प्रतिमा रखी गई है। यह तारापीठ मंदिर रहस्यों और रोमांचक तथ्यों से भरा हुआ है। यह जगह एक बहुत प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है।

खुलने का समय:- सुबह 6:00 बजे – 9:00 बजे

प्रवेश शुल्क:- कोई प्रवेश शुल्क नहीं

तारापीठ में घूमने की जगह – तारापीठ मंदिर, तारापीठ महासंस, बामाखेपा मंदिर, मल्लारपुर शिव मंदिर, बिरचंद्रपुर मंदिर, नाल्हटेस्वरी मंदिर, बक्रेस्वर मंदिर, बिर्चन्द्रपुर मंदिर, मल्लारपुर शिव मंदिर

तारापीठ घूमने का सबसे अच्छा समय –  सितंबर से मार्च

तारापीठ घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन

तारापीठ निकटतम रेलवे स्टेशन – तारापीठ रेलवे स्टेशन (TPF)

तारापीठ निकटतम बस स्टैंड – तारापीठ बस स्टैंड

तारापीठ निकटतम एयरपोर्ट – कोलकाता एयरपोर्ट (CCU)

 

शांति निकेतन, पश्चिम बंगाल

शांति निकेतन पश्चिम बंगाल के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। शांति निकेतन को प्रसिद्ध यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल किया गया है, जो अपनी विशिष्ट कलात्मकता और जीवंत सांस्कृतिक के लिए जाना जाता है। इस जगह को 1901 में प्रसिद्ध बंगाली लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित किया। पर्यटक इस जगह की शांति और सुंदरता को बहुत सराहते है। यह स्थान पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि टैगोर ने यहाँ कई कालजयी साहित्यिक कृतियों का सृजन किया। शांतिनिकेतन अपनी लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।

शांति निकेतन में घूमने की जगह – विश्व भारती विश्वविद्यालय, बल्लवपुर वन्यजीव अभयारण्य, उपासना गृह, कला भवन, टैगोर भवन, पौष मेला, विश्व भारती विश्वविद्यालय, कंकलीतला, अमर कुटीर, बल्लावपुर वन्यजीव अभयारण्य

शांति निकेतन घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से मार्च तक

शांति निकेतन घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 दिन

शांति निकेतन निकटतम रेलवे स्टेशन – बोलपुर (शांतिनिकेतन) रेलवे स्टेशन (BHP)

शांति निकेतन निकटतम बस स्टैंड – शांति निकेतन बस स्टैंड

शांति निकेतन निकटतम एयरपोर्ट – काजी नजरूल इस्लाम एयरपोर्ट (RDP)

 

सुंदरबन नेशनल पार्क, पश्चिम बंगाल

सुंदरबन नेशनल पार्क पश्चिम बंगाल के टॉप टूरिस्ट प्लेस हैं। यह पार्क मूल रूप से टाइगर रिज़र्व का मुख्य क्षेत्र है, जिसे वर्ष 1987 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई है। सुंदरबन भारत का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व होने के साथ ही सबसे बड़ा नेशनल पार्क भी है। ये डेल्टा सदाबहार वनों और विशाल खारे दलदल से भरे हैं। इस दलदली जंगल में ऊंची-नीची संकरी खाड़ी हैं। यहाँ जंगली जीवों को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। सुंदरबन क्षेत्र अकेले भारत में 4624 वर्ग किमी में फैला है, जिसमें खारे पानी के मगरमच्छ सहित विभिन्न प्रकार के पक्षी, सरीसृप और अकशेरुकी प्रजातियां शामिल हैं।

खुलने का समय:- सुबह 8:30 बजे से शाम 4 बजे तक

सुंदरबन नेशनल पार्क में घूमने की जगह – नेतिधोपानी, सुधान्याखाली वाच टावर, कनक, हॉलिडे आइलैंड, कटका सुंदरवन, कपिलमुनि मंदिर, सजनेखली पक्षी, अभयारण्य, भारत सेवाश्रम संघ मंदिर, हिरण पॉइंट, क्रोकोडाइल सेंचुरी, लोथियन द्वीप पक्षी अभयारण्य, पियाली नदी

सुंदरबन नेशनल पार्क कहाँ ठहरे – सुंदरबन में सस्ते होटल और रिसॉर्ट की जानकारी

सुंदरबन नेशनल पार्क घूमने का सबसे अच्छा समय – दिसंबर और फरवरी तक

सुंदरबन नेशनल पार्क घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 3 से 4 दिन

सुंदरबन नेशनल पार्क निकटतम रेलवे स्टेशन – कैनिंग रेलवे स्टेशन (CG)

सुंदरबन नेशनल पार्क निकटतम बस स्टैंड – गोदखली बस स्टैंड

सुंदरबन नेशनल पार्क निकटतम एयरपोर्ट – कोलकाता एयरपोर्ट (CCU)

 

गंगा सागर, पश्चिम बंगाल

गंगा सागर पश्चिम बंगाल मुख्य पर्यटन स्थल में से एक है। पश्चिम बंगाल में स्थित गंगासागर एक पूजनीय तीर्थस्थल है जहाँ गंगा नदी बंगाल की खाड़ी से मिलती है। हर साल गंगासागर मेला इस सागर द्वीप के छोर पर मनाया जाता है जहाँ से गंगा नदी बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करती है। इसी प्रयाग को गंगासागर का नाम दिया गया है। गंगासागर मेले के लिए जाना जाने वाला यह ऐतिहासिक स्थान है जो हिंदूओ का प्रमुख धार्मिक स्थल है इसलिए यह गहरा धार्मिक महत्व रखता है जो तीर्थयात्रियों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। कुम्भ मेले के बाद गंगासागर सबसे बड़ा तीर्थ है जहाँ सैंकड़ों लोग पवित्र स्नान के लिए आते हैं।

गंगा सागर में घूमने की जगह – सागर बीच (सागर तट), गंगासागर तीर्थयात्रा एवं मेला, कपिल मुनि का मंदिर, सागर लाइटहाउस, भारत सेवा आश्रम, बकखाली, सजनेखाली, गंगा सागर का लाइट हाउस, ओंकारनाथ मंदिर

गंगा सागर घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से फरवरी के बीच

गंगा सागर घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 से 3  दिन

गंगा सागर निकटतम रेलवे स्टेशन –  सियालदह रेलवे स्टेशन (SDAH)

गंगा सागर निकटतम बस स्टैंड – गंगा सागर बस स्टैंड

गंगा सागर निकटतम एयरपोर्ट – नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (CCU)

 

बांकुड़ा, पश्चिम बंगाल

बांकुड़ा पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। बांकुरा एक पारंपरिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है जिसका उल्लेख महाभारत में किया गया है। यह एक शहर है जो अपनी पहाड़ियों और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। यह जगह अपने आकर्षक वास्तुशिल्प इमारतों और समान रूप से समृद्ध कला और कलाकृतियों के लिए जाना जाता है। बांकुरा अपने टेराकोटा मंदिरों के लिए भी प्रसिद्ध है जो दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह पहाड़ी नौसिखियों और विशेषज्ञ पर्वतारोहियों के बीच समान रूप से लोकप्रिय है।

बांकुड़ा में घूमने की जगह – सुसुनिया पहाड़ी, जॉयरामबती, बिष्णुपुर, झिलिमिली, मुकुटमणिपुर, गोकुलचंद मंदिर, बिहारीनाथ पहाड़ी, हदल-नारायणपुर, बांकुरा, जयरामबती बांकुरा, जॉयपुर वन, गढ़ दरवाजा, केंदुली मेला, बिहारीनाथ हिल, सुसुनिया हिल्स, अमरकानन

बांकुड़ा घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से फरवरी तक

बांकुड़ा घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 से 3  दिन

बांकुड़ा निकटतम रेलवे स्टेशन – बांकुड़ा जंक्शन रेलवे स्टेशन (BQA)

बांकुड़ा निकटतम बस स्टैंड – बांकुड़ा बस स्टैंड

बांकुड़ा निकटतम एयरपोर्ट – कोलकाता एयरपोर्ट (CCU)

 

मिदनापुर, पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल राज्य के मिदनापुर शहर प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह शहर पश्चिम बंगाल के दक्षिणी भाग में स्थित है। यह शहर प्राचीन इतिहास की प्रचुरता के साथ भारत की बहु-धर्म संस्कृति की सुंदरता को जोड़ता है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में अपने योगदान के लिए उल्लेखनीय है। यह शहर अपने इतिहास के लिए जाना जाने वाला एक शहर है। यह अपनी कुदरती खूबसूरती के साथ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक के लिए जाना जाता है। यहाँ ऐसे बहुत जगह है जहाँ आप घूम सकते है।

मिदनापुर में घूमने की जगह – तमलुक, चंद्रकोना, जोरा मस्जिद, झारग्राम पैलेस, सेंट जॉन्स चर्च, मिदनापुर, काली मंदिर, दांतन, चिल्कीगढ़ कनक दुर्गा मंदिर, वन क्षेत्र (चिल्कीगढ़), ब्रह्म समाज के हॉल के खंडहर, जगन्नाथ मंदिर, श्यामलेश्वर मंदिर, चंदनेश्वर मंदिर

मिदनापुर घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से मार्च तक

मिदनापुर घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 से 3  दिन

मिदनापुर निकटतम रेलवे स्टेशन – मिदनापुर रेलवे स्टेशन (MDN)

मिदनापुर निकटतम बस स्टैंड – मिदनापुर बस स्टैंड

मिदनापुर निकटतम एयरपोर्ट – कोलकाता एयरपोर्ट (CCU)

 

सिलिगुड़ी, पश्चिम बंगाल

सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल राज्य का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। सिलीगुड़ी महानंदा नदी के किनारे पर बसा हुआ छोटा सा शहर हैं, जो कि हिमालय के तलहटी में है। इसी कारण से इसको हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता हैं। सिलीगुड़ी को नॉर्थ-ईस्ट इंडिया का गेटवे भी कहते हैं। पर्यटक यहां पर अपनी छुट्टियों को बिताने के लिए आते हैं। यह शहर पश्चिम बंगाल राज्य के खूबसूरत जगहों में से एक हैं। यह जगह चाय के बागानों से घिरा हुआ है। इस शहर में पर्यटकों के देखने और करने के लिए पर्याप्त चीजें हैं। यहां आप पार्क, मठ, तीर्थस्थल, चाय के बागान और प्रसिद्ध जगहें है, जहाँ आप घूम सकते हैं।

सिलिगुड़ी में घूमने की जगह – महानंदा वियर वन्यजीव अभ्यारण्य, दुधिया, चिलपटा वन, इस्कॉन मंदिर, सविन किंगडम, सालूगरा मठ, बंगाल सफारी पार्क, सिपाही धुरा चाय बागान, कोरोनेशन ब्रिज, उत्तर बंगाल विज्ञान केंद्र, सेवक काली मंदिर, हांगकांग बाजार, लोकनाथ

सिलिगुड़ी कहाँ ठहरे – सिलीगुड़ी में धर्मशालाओं की जानकारी, कम बजट में सबसे अच्छी धर्मशाला

सिलिगुड़ी घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से फरवरी तक

सिलिगुड़ी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 से 3  दिन

सिलिगुड़ी निकटतम रेलवे स्टेशन – जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन (NJP)

सिलिगुड़ी निकटतम बस स्टैंड – सिलिगुड़ी बस स्टैंड

सिलिगुड़ी निकटतम एयरपोर्ट – बागडोगरा एयरपोर्ट (IXB)

 

बिश्नुपुर, पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल राज्य में मौजूद बिष्णुपुर शहर एक बेहद ही खूबसूरत जगह है। जहां पर्यटकों के घूमने के लिए बहुत अच्छी जगह है। बिष्णुपुर अपने घने जंगलों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर मौजूद मंदिरों की खास बात यह है कि यहां पर अधिकतर मंदिर टेराकोटा से बने हैं। इन टेरारहीकोटा मंदिरों का खूबसूरती देखने लायक है। यह शहर अपनी भव्य विरासत, गौरवशाली संस्कृति, शानदार वास्तुकला और टेराकोटा के लिए जानी जाती है। जहां आप छुट्टियों के दिनों में आप अपने परिवार के साथ कुछ समय बीता सकते है।

बिश्नुपुर में घूमने की जगह – रसमंच, जोर मंदिर, लालजी मंदिर, राधाश्याम मंदिर, मदन मोहन मंदिर, राधा गोविंदा मंदिर, राधा माधव मंदिर, नंदलाल मंदिर, जोर मंदिर, श्याम राय मंदिर, बिष्णुपुर संग्रहालय, कालाचंद मंदिर, सुसुनिया पहाड़ी, दलमदल तोप

बिश्नुपुर घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक

बिश्नुपुर घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 से 3  दिन

बिश्नुपुर निकटतम रेलवे स्टेशन – बिष्णुपुर रेलवे स्टेशन (VSU)

बिश्नुपुर निकटतम बस स्टैंड – बिश्नुपुर बस स्टैंड

बिश्नुपुर निकटतम एयरपोर्ट – कोलकाता एयरपोर्ट (CCU)

 

मायापुर, पश्चिम बंगाल

मायापुर पश्चिम बंगाल के खूबसूरत पर्यटन स्थल में से एक है। यह शहर अपने खूबसूरत और प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता है। यह शहर जलंगी नदी की उपस्थिति के साथ-साथ इसके आसपास कई प्राकृतिक सुंदरताओं को भी समेटे हुए है। मायापुर इस्कॉन पश्चिम बंगाल में सांस्कृतिक विरासत का एक स्थान है। मायापुर स्वर्ण अवतार की भूमि है, आमतौर पर श्री चैतन्य महाप्रभु से जुड़ी हुई है, जिन्हें लगभग 500 साल पहले श्री कृष्ण का अवतार माना जाता है। यह जगह पश्चिम बंगाल राज्य के सभी जगहों में से यह एक रोमांचक जगह है।

मायापुर में घूमने की जगह – इस्कॉन चंद्रोदय मंदिर, योग पीठ, बल्लाल धिपि, चांद काजी समाधि, मायापुर मार्केट,  श्रील प्रभुपाद का पुष्प समाधि, शाही पुल, यमदग्नि आश्रम, लाल दरवाजा मस्जिद, अटाला मस्जिद, मां शीतला चौकिया देवी का मंदिर, शाही क़िला

मायापुर घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से फरवरी तक

मायापुर घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन

मायापुर निकटतम रेलवे स्टेशन – नबद्वीप रेलवे स्टेशन (NDAE)

मायापुर निकटतम बस स्टैंड – मायापुर बस स्टैंड

मायापुर निकटतम एयरपोर्ट – कोलकाता एयरपोर्ट (CCU)

 

मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल

मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल के एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह शहर पश्चिम बंगाल राज्य का एक छोटा पर्यटन स्थल हैं। यह शहर भागीरथी नदी के किनारे है जहां ऐसी कई ऐतिहासिक जगहें हैं, जो आज विश्व भर में प्रसिद्ध हैं। मुग़ल काल के दौरान मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल की राजधानी हुआ करता था। इन ऐतिहासिक जगहों पर हर साल लाखों की संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं। यह जगह अतीत की सुंदरता को वर्तमान की मान्यताओं को एक साथ प्रस्तुत करता है। यहाँ का निज़ामत इमामबारा एक प्रमुख पर्यटन केद्र है। यहां देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी पर्यटक भारी संख्या में घूमने के लिए आते हैं। यह जगह मुस्लिम लोगों के लिए यह एक पवित्र स्थल भी है।

मुर्शिदाबाद में घूमने की जगह – हज़ार्डियरी पैलेस, निज़ामत इमामबाड़ा, मोती झील, फौती मस्जिद, खोश बाग, वासिफ मंजिल, मुर्शिदाबाद जिला संग्रहालय, मदीना मुर्शिदाबाद, कठगोला, मुर्शिदाबाद, बेलमपोर मार्केट, कटरा मस्जिद, जहान कोशा तोप मुर्शिदाबाद

मुर्शिदाबाद घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक

मुर्शिदाबाद घूमने के लिए कितने दिन लगते है –3 दिन

मुर्शिदाबाद निकटतम रेलवे स्टेशन – मारवाहा रेलवे स्टेशन (MJ) या खगराघाट रेलवे स्टेशन (KGLE)

मुर्शिदाबाद निकटतम बस स्टैंड – मुर्शिदाबाद बस स्टैंड

मुर्शिदाबाद निकटतम एयरपोर्ट – नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट कोलकाता (CCU)

 

कामारपुकुर, पश्चिम बंगाल

कामारपुकुर पश्चिम बंगाल का एक छोटा सा खूबसूरत शहर है। यह शहर पश्चिम बंगाल राज्य के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यहां का ऐतिहासिक पर्यटन स्थल पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। यह गांव जलांगी नदी के किनारे स्थित है और हरे-भरे खेतों से घिरा हुआ है। यह एक शांतिपूर्ण और सुंदर जगह है। यह जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां की हरियाली लोगों को बेहद आकर्षित करती है। यह जगह देश के पर्यटकों को ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी अपनी दीवाना बना देती है। यह जगह मौज-मस्ती और रोमांच के लिए जाना जाता है जहां आप अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिता सकते हैं।

कामारपुकुर में घूमने की जगह – मातृ मंदिर, तन बारी, सिंहवाहिनी मंदिर, हल्दापुकुर टैंक, पुण्य पुकुर, देवी विशालाक्षी तीर्थ, गोपेश्वर मंदिरजयरामबती मठ, मुकुंदपुर मंदिर, योगी शिव मंदिर

कामारपुकुर घूमने का सबसे अच्छा समय – नवंबर से फरवरी तक

कामारपुकुर घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 दिन

कामारपुकुर निकटतम रेलवे स्टेशन – कामारपुकुर रेलवे स्टेशन (KMPKR)

कामारपुकुर निकटतम बस स्टैंड – कामारपुकुर बस स्टैंड

कामारपुकुर निकटतम एयरपोर्ट – नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट कोलकाता (CCU)

 

जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल

जलपाईगुड़ी पश्चिम बंगाल का एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है जो अपनी ऐतिहासिक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह जगह न केवल पश्चिम बंगाल का महत्वपूर्ण स्थान है, बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है तीस्ता नदी के किनारे बसा ये शहर किसी जन्नत से कम नहीं है। यह शहर हरे-भरे जंगल के लिए जाना जाता है जो पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। जलपाईगुड़ी नदियों, नालों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है। हर साल इस जगह पर कई हजार पर्यटक घूमने के लिए आते है।

जलपाईगुड़ी में घूमने की जगह –  गोरूमारा राष्ट्रीय उद्यान, राजबाड़ी, मूर्ति नदी, बुक्सा टाइगर रिजर्व, जलपेश मंदिर, मूर्ति नदी, डुआर्स, जयंती वन, गज़ोलडोबा, पंजहोरा नदी, जयंती महाकाल गुफा, जुबली पार्क, तीस्ता उद्यान, लाम पोकरी अरितार, सनटेले स्ट्रीम सैमसिंग, चेंजी झरना अरितार, चिलपाटा वन्यजीव अभयारण्य बीरपारा

जलपाईगुड़ी घूमने का सबसे अच्छा समय – अक्टूबर से मार्च तक

जलपाईगुड़ी घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 2 से 3  दिन

जलपाईगुड़ी निकटतम रेलवे स्टेशन – जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन (NJP)

जलपाईगुड़ी निकटतम बस स्टैंड – जलपाईगुड़ी बस स्टैंड

जलपाईगुड़ी निकटतम एयरपोर्ट – वडोदरा एयरपोर्ट (BDQ)

 

कूच बिहार, पश्चिम बंगाल

कूच बिहार पश्चिम बंगाल का एक जिला है, जहां आप अपने परिवार के साथ छुट्टी बिताने के लिए एक लोकप्रिय स्थल है। कूच बिहार महाकाव्यों रामायण और महाभारत में वर्णित एक स्थान है और इसे कामरूप नाम से जाना जाता था। यह जगह अपने राजसी अतीत और वास्तुशिल्प चमत्कारों के लिए जाना जाता है। यह मनमोहक क्षेत्र असंख्य मनोरम पर्यटक आकर्षणों के साथ यात्रियों को आकर्षित करता है। यह पश्चिम बंगाल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इस शहर का मुख्य आकर्षण शाही महल है जिसे 1887 में लंदन के बकिंघम पैलेस के मॉडल पर डिजाइन किया गया था।

कूच बिहार में घूमने की जगह – कूच बिहार पैलेस, कूच बिहार पैलेस संग्रहालय, कूच बिहार शाही परिवार, कूच बिहार रॉयल फैमिली ट्री, सागरदिघी कूच, मदनमोहन मंदिर, बारा देबी बारी, राजमाता मंदिर, बनेश्वर मंदिर

कूच बिहार घूमने का सबसे अच्छा समय –अक्टूबर से फरवरी के बीच

कूच बिहार घूमने के लिए कितने दिन लगते है – 1 से 2 दिन

कूच बिहार निकटतम रेलवे स्टेशन – न्यू कूच बिहार रेलवे स्टेशन (NCB)

कूच बिहार निकटतम बस स्टैंड – कूचबिहार मिनी बस स्टैंड

कूच बिहार निकटतम एयरपोर्ट – वडोदरा एयरपोर्ट (BDQ)

 

पश्चिम बंगाल की अन्य घूमने लायक जगह

अगर आपके पास अधिक समय है तो कोलकाता में इन सब अलावा भी बहुत सी ऐसी जगहे है जहां आप घूम सकते है और अन्य पर्यटक आकर्षण कंचनजंगा, बतासिया लूप, एवरेस्ट संग्रहालय, चंप्रामारी वन्यजीव अभयारण्य, लावा, पीस पाओडा, संदकफू आदि जगहें है जहां आप घूम सकते है।

 

पश्चिम बंगाल में शॉपिंग

पश्चिम बंगाल की सबसे आकर्षक कलाओं में से एक मानी जाती है। इस राज्य के हलचल भरे बाज़ार हस्तशिल्प, जातीय बंगाली बुनाई और कलात्मक चमड़े के उत्पादों का खजाना हैं। ‘संखारी’ के नाम से प्रसिद्ध, ये कारीगर प्रसिद्ध शंख चूड़ियाँ बनाते हैं, जो बंगाल की हर महिला की वैवाहिक स्थिति और गौरव का प्रतीक है। अगर आप यहाँ घूमने जा रहे है इन चूड़ियाँ अवश्य ख़रीदे।

 

पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध स्थानीय भोजन

चावल और मछली पश्चिम बंगाल का मुख्य भोजन है। बंगाल के रसगुल्लों को भी काफी लोकप्रिय माना जाता है। यहां का बंगाली भोजन दुनियाभर में मशहूर है। यहाँ के भोजन बहुत ही स्वादिष्ट होता है। इनके अलावा अन्य लोकप्रिय व्यंजनों में भर्ता, डाल, घंटो, मांगशो, मछली करी, चावल और रोटी शामिल हैं। इन सभी विभिन्न व्यंजनों का स्वाद एकदम अलग होता है।

 

पश्चिम बंगाल जाने का उचित समय

पश्चिम बंगाल जाने के लिए अक्टूबर और मार्च के बीच समय सबसे अच्छा होता है। चिलचिलाती गरमीयों के बीच यात्रा से बचना ही बेहतर होता है। अक्टूबर और मार्च के बीच, मौसम ठंडा और सुखद होता है, और कोई समुद्र तटों के साथ-साथ हिल स्टेशनों पर भी अच्छे समय का आनंद ले सकता है।

 

पश्चिम बंगाल कैसे पहुँचे? 

पश्चिम बंगाल भारत का मुख्य पर्यटन स्थल हैं। जिसकी वजह से यहाँ तीनो मार्ग उपलब्ध है। आप यहाँ सड़क मार्ग, ट्रेन मार्ग और वायु मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। आप किसी भी विकल्प का चयन कर सकते हैं। पश्चिम बंगाल जाने के तरीके इस प्रकार है:-

 

पश्चिम बंगाल फ्लाइट से कैसे पहुँचे? 

पश्चिम बंगाल में दो एयरपोर्ट हैं पहला नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, कोलकाता में स्थित है और बागडोगरा एयरपोर्ट बागडोगरा शहर में स्थित एक घरेलू एयरपोर्ट है। यहाँ से नियमित उड़ानें देश और दुनिया के प्रमुख शहरों से संचालित होती हैं। इस एयरपोर्ट से आप अपने पर्यटन स्थल तक पहुंचने के लिए ट्रेन, टैक्सी या बस ले सकते हैं।

 

रेल द्वारा पश्चिम बंगाल कैसे पहुँचे?

पश्चिम बंगाल राज्य देश के विभिन्न हिस्सों के साथ अच्छी रेल कनेक्टिविटी है। यहाँ के मुख्य रेलवे हावड़ा रेलवे स्टेशन और सियालदह रेलवे स्टेशन हैं। दोनों रेल जंक्शन राजधानी शहर कोलकाता में स्थित हैं। फिर, न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन है, जो सिलीगुड़ी के पास स्थित है। ट्रेनें लगभग राज्य के नुक्कड़ से जुड़ती हैं। ट्रेन से किसी भी शहर में कहीं भी पहुंचने के लिए प्रीपेड टैक्सी, ऑटो या बस का विकल्प चुन सकते हैं।

 

सड़क मार्ग से पश्चिम बंगाल कैसे पहुंचे?

पश्चिम बंगाल राज्य को कवर करने के लिए एक व्यापक सड़क नेटवर्क है। राज्य राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों से जुड़ा हुआ है। पश्चिम बंगाल उड़ीसा, बिहार और झारखंड जैसे पड़ोसी राज्यों से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

 

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